Posts

छोटी सी चाहत

Image
तेरी दुनिया में आना चाहता हूं  तुझे मैं और समझना चाहता हूं छुपी है तु कई अनकहे सवालों में उन सभी का मैं जवाब बनना चाहता हूं, कुछ अरसे बिता दिए हमने साथ  अब तुझे मैं तू खुद बनके जानना चाहता हूं  तेरी हंसी तेरी खुशी महसूस करना चाहता हूं अब से मैं तुझे तुम बनकर जीना चाहता हूं, तेरी हर ख्वाहिश को पूरा करना चाहता हूं    बन के साया मैं तेरा साथ देना चाहता हूं  चल आ लड़के जमाने से मिल जाए हम असल में  अब तो इस हसरत को बेखौफ जीना चाहता हूं, कंधे से कंधा मिलाकर जमाने में साथ चले हम तुझे इतना मजबूत बनाना चाहता हूं   मिले पहचान तुझे इस दुनिया में  तेरे लिए कुछ ऐसी दुआ चाहता हूं , तेरी चाहत मेरी चाहत से जुदा नहीं  बस तुझे इस बात का एहसास दिलाना चाहता हूं  अपने रिश्ते में कोई मिलावट नहीं सोनम  तुझे मैं इस बात को बताना चाहता हूं,  तेरी अहमियत खुद तुझे याद दिला कर मैं  तुझे खुद से मिलाना चाहता हूं  तुझे पहले सा बनाना चाहता हूं  तुझ में फिर से तेरी जिंदगी डालना चाहता हूं , जो सूख गई है तेरी ख्वाहिश है तो  बारिश बनके मैं बरसना चाहता हूं  तुझे कुछ और समझना चाहता हूं  तेरी दुनिया में मैं आना चाहता हूं।

बरसात में पतझड़

Image
हंसकर फिर रोना अब आदत हो चुकी है  कुछ अर्से से ऐसी कयामत हो चुकी है हर शब्द मेरी आंखों से निकलता है अब तो  यूं ही लिखने की आदत हो चुकी है, गमों के अंधेरों में वह बंद हो चुकी है सुबह से फिर शाम अब यूं ही ढल चुकी है आंसुओं के साथ फिर से भीगी है वह लड़की ऐसी कई और भी बरसाते हो चुकी है, इतनी बार दर्द से मुलाकाते हो चुकी है  अपनों ने साथ छोड़ा तन्हाई दोस्त बन चुकी है  खुद ही छुपाती रही वह दुख अपने अंदर  वह मासूम चलता फिरता बूत बन चुकी है, पत्तों की सरसराहट तक बंद हो चुकी है  दर्द और तन्हाई अब और बढ़ चुकी है गम इतना भरा है दिल में की  वह जिंदगी खोने पर मजबूर हो चुकी है, मौत की वीरानियो की और बढ़ चुकी है  अपनों के लिए अपनी ही जन्नत छोड़ चुकी है  उसका हर एक सपना टूटता है इस कदर की हर एक बरसात में वह पतझड़ हो चुकी है।

कुछ अपने

कोई अपना दे जब चोट तो हर आस टूटने लगती है हर दिन सूरज के साथ जैसे शाम डूबने लगती है दिल की धड़कन में बसने वाले जब दिल को धोखा दे दे तो दर्द बढ़ते बढ़ते ही हर सांस थमने लगती है जाने क्यों करते हैं ऐसा गैर भी ना करें हो जैसा हर एक बुरी याद के साथ सिसकियां भी बढ़ने लगती है इतना वक्त बिता साथ जिनके गर वही समझ ना पाए तो हर एक मेरे आंसू के साथ उनसे दूरियां बढ़ने लगती है इतना प्यार करने पर भी क्यों वह भूल जाते हैं कि जिसे देते हैं चोट वह लड़की उनकी भी कुछ लगती है लड़की है तो क्या हुआ दिल उसका भी तो दुखता है जब दर्द सहा ना जाए तो आंखें बोलने लगती है

सच्चाई

Image
ऐ जिंदगी तूने क्यों दिखा दिया यह मंजर जिसे समझा था अपना वो ही मार गया खंजर , अमीरों की इमारतों ने आगे कभी बढ़ने न दिया अब तो गरीबों की बची जमीन भी हो चुकी है बंजर , सारी हदें तोड़ कर बढ रही है यूं दुनिया आगे की नदी की तरह ही सुखाए जाएंगे समुंदर , दो कदम दुनिया के साथ चलकर जान गए हैं हकीकत कौन है कैसा और क्या है किस के दिल के अंदर।

छुपी जिंदगी

Image
जिस तरह सागर ने अपने आप में लहरों को छुपा रखा है  हमने सिसकती आंखों में आंसुओं को छुपा रखा है , हमारे लिए है दोस्ती सिर्फ उनकी ही खुशी इसलिए उनके हर राज को दिल में छुपा रखा है  हर छोटी चीज से आती है उनकी याद इसलिए उनके दिये हर तोहफे को महफूज हमने रखा है,  दूसरों को तकलीफ देना फितरत नहीं हमारी इसलिए मुस्कुराहट में अपने गम को छुपा रखा है,  अपनी छुपी जिंदगी में खो गए हम इस तरह की अपने अक्स को ही हमने आईने में छुपा रखा है।